जैसे की आप सब जानते है की मैच की तैयारी बहुत ज़ोरो शोर पर है , पांच मैचों की सीरीज अभी बराबरी पर है और सुनने में आ रहा है की भारत टीम बढ़त लेने के लिए मैदान में उतरने वाली है। अगर भारत टीम इंग्लैंड को हराना चाहती है तो उसे अपनी कमज़ोरियों को जल्द ही ख़त्म करना होगा क्यूंकि इंडिया की प्लेइंग एलेवेन में विकेटकीपर की पोजीशन अभी बिलकुल हलकान में है.
भारत टीम ने लिया कुछ दिन का आराम और अब फिर से वो अपने कड़ी म्हणत पर लग गयी है और अपनी प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. अगर आप नहीं जानते तो आपको हम बता देते है की 15 फेरवरी से इंडिया और इंग्लैंड की बीच तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने वाला है और जिसके लिए भारत टीम ने अपनी तैयारियां बहुत तेज़ी से शुरू करदी थी कुछ दिन का आराम लेने के बाद से ही. उन्होंने अपनी कुछ प्लानिंग भी की थी और उस प्लानिंग में सबसे महत्वपूर्ड बात प्लेइंग एलेवेन के कुछ बड़े फैसलों से मिला है। यहाँ पर बात रही है जो की पिचक्ले साल से अब तक कोई भी अपनी अच्छा स्थान नहीं बनवा पाया है। अब लगता है की कोई नया खिलाड़ी इस भाग में हिस्सा लेने वाला है। ये पोजीशन की बात हो रही है विकेटकीपिंग की जहाँ पर एक खिलाडी अपना पूरा डीएम दिखने के लिए खड़ा और वो कोई और नहीं एक भारतीय फौजी का बीटा है.
अगर आपने हैदराबाद और विशाखापत्तनम वाला मैच देखा है तो आपको पता ही होगा की इन दोनों ही टेस्ट सीरीज के मैचों में इंडिया के बहुत ज़्यादा खिलाड़ी सामने आये थे. जिनमे से एक खिलाड़ी का नाम केएस भरत है जो ये सीरीज के स्टार्ट होने से पहले ही दर्शको की आँखों में बसे थे। दो खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में टीम इंडिया ने ये ज़िम्मेदारी केएस भरत को दी थी परन्तु वो लोगो को सही से संतुष्ट नहीं कर पाए क्यूंकि वो ऋषभ पंत और ईशान किशन की जगह सही से नहीं निभा पाए और भारत के दर्शक उनसे खुश नहीं थे.
अब भरोसा जताना होगा जुरैल पर
अब हम बात करते है जुरेल की जिसने अपने डोमेस्टिक क्रिकेट से लेकर आईपीएल और भारत तक अपने बेहतरीन खेल खेलकर लोगो का दिल जीता है. ये खिलाड़ी केवल 23 साल के है जिसने बल्लेबाज़ से लेकर विकेटकीपर की भूमिका भी इस सीरीज में निभाई थी। इनके पास पहली बार भारत टीम से बुलावा आया था जो इनके लिए ख़ुशी की बात थी और इन्होने अपना काफी अच्छा प्रदर्शन दिया। इन्होने अपने 15 फर्स्ट क्लास मैचों में 46 की औसत से 790 रन बनाये थे जिनमे से 1 शतक और 5 अर्धशतक बने थे.
फौजी पिता का बेटा बना क्रिकेटर
जुरेल की बात करें तो ये एक फौजी के बेटे है, ये आगरा के रहने वाले है और अगर इन्हे भारत टीम से टेस्ट डेब्यू के लिए बुलाया जाता है तो ये इनके लिए सौभाग्य की बात होगी और इनके परिवार के लिए भी। इनके पिता भारत की सेना के हिस्सा थे जिन्होंने 1999 में पाकिस्तान को बहुत ही तंग किया था और जबकि वो ध्रुव के खिलाड़ी बनने के लिए राज़ी नहीं थे। वो चाहते थे की उनका बीटा भी फौजी बने परन्तु एक एक्सीडेंट होने की वजह से ध्रुव के पैर में चोट लग जाती है और जिस की वजह से वो फौजी नहीं बन पाते है. तो इन सभी परेशानी से जुटकर जुरेल के परिवार ने उनके लिए अपने ख्वाब को भुला दिया और अपने बेटे का सपना पूरा किया। अब लगता है की 15 फेरवारी को जुरेल के परिवार का सपना पूरा होता नज़र आ रहा है.