पाकिस्तान को युद्ध में हराने वाले पिता को भारत का ये खिलाड़ी देगा खास तोहफा

दर्शको का कहना है की इंग्लैंड और भारत में होने वाले तीसरे टेस्ट में होने वाले है बदलाव, अब क्या हो सकते है बदलाव ये जाने के लिए लोग उत्सुक है. अब ऐसा लगता है की इस सब के दौरान भारत टीम में उस खास खिलाड़ी की जगह बनती नज़र आ रही है जिनके पिताजी ने पाकिस्तान को युद्ध में हरा डाला था। सुनने में आया है कि ये खिलाडी भारत टीम से मैच खेलकर अपने पिता को एक खास तौफा देगा।

हम सभी जानते है की राजकोट में तीसरा टेस्ट शुरू होने में वक़्त बहुत कम बचा है क्यूंकि भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट सीरीज 15 फेरवरी से होने वाला है. यहाँ दोनों भारत और इंग्लैंड टीम अपने स्कोर बनाने पर लगी होगा। सुनने में आ रहा है की राजकोट में पिच का मिजाज़ बदला भी हो सकता है क्यूंकि ऐसे में दोनों ही टीम के कॉम्बिनेशन में चंगेस देखने को मिल सकते है। भारत की टीम में बहुत से बदलाव देखने को भी मिल सकते है क्यूंकि कहा जा रहा है की विकेटकीपर अपना बदला भी ले सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये भी सुनने में आया है की केएस भरत की जगह पर ध्रुव जुरेल को खेलने का ख़ास मौका मिल सकता है.

जुरेल को ये मौका मिलन उनके लिए बहुत ख़ुशी की बात होगी और उनके परिवार के लिए भी क्यूंकि ये उनका सपना था. और अपने डेब्यू टेस्ट को लेकर जुरेल बहुत ही बेसबर है। राजकोट में होने वाले टेस्ट मैच से पहले वो एक वीडियो में उनकी झलक नज़र आयी थी जिसमे वो बेहद खुश और एक्ससिटेड लग रहे थे. तो अब ये देखना है की उनके टेस्ट मैच में क्या देखने को मिल सकता है। ये खिलाड़ी दाएं हाथ से खेलते है और अब देखते है इनका डेब्यू कैसा होने वाला है अब तो हम 15 फेरवारी को ही देखने को मिलेगा।

ध्रुव ने कहा अगर टीम भारत की कैप मिली तो पिता को करूंगा समर्पित

जैसे की हम सब जानते है की ध्रुव ने अपने एक बायान में कहा था की भारत टीम अगर उन्हें खेलने का मौका मिलता है तो वो इस का क्रेडिट अपने पिता को देंगे। जुरेल ने राजकोट टेस्ट में अपने डेब्यू के दौरान कहा की वो अपने पिता को इस लम्हे को डेडिकेट करेंगे। जुरेल ने बताया की उनके पिता उनके के लिए सुपर हीरो है. अगर उनको इस खेल में खेलने का मौका मिलता है तो वो इसका सारा क्रेडिट अपने पिता को ही समर्पित करेंगे।

आपको बता दें की जुरेल के पिता भारतीय सेना में फौजी थे और वो अपने बेटे को भी एक फौजी बनाना चाहते थे परन्तु उनके बेटे के एक्सीडेंट में पैर में चोट लग गयी थी इसलिए फिर वो क्रिकेट को ज्वाइन क्र लिया। जुरेल पाकिस्तान को हारने वाले उनके पिता को अपनई ख़ुशी को डेडिकेट करना चाहते है.

Dhruv jurel

ध्रुव ने कहा उनके पास है 15 फर्स्ट क्लास मैचों का अनुभव

अगर जुरेल राजकत में डेब्यू करते है तो ये उनके लिए तो पहला ही इंटरनेशनल मैच होगा। इन सब से पहले उन्होंने १५ फर्स्ट क्लास लके मुकाबले और कुछ १० और मैच खेले थे. क्यूंकि डोमेस्टिक क्रिकेट में भी उनका करियर कुछ खास नहीं बन पाया। परन्तु बहुत कम मैचों में ही २३ साल के इस क्रिकेटर ने बहुत ख़ास भूमिका निभाई है। अब आगे देखना ये है की जुरेल आगे अपने मैच के डेब्यू टेस्ट में कैसा प्रदर्शन करते है.

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