3 ही मैच में हो गया ख़त्म करियर , जो बनने वाले थे अगले महेंद्र सिंह धोनी।

यहाँ हम बात कर रहे है सौरभ तिवारी की जिन्होंने भारत के लिए केवल तीन मैच खेले थे और कुछ ही वक़्त बाद उन्होंने अपने प्रोफेशनल क्रिकेट से मुँह मोड़ने का दावा कर लिया। लोगो का मानना था की सौरभ तिवारी आने वाले वक़्त के दूसरे महेंद्र सिंह धोनी है। लेकिन ये सिर्फ लोगो का भ्रम ही रह गया.

अगर आप नहीं जानते तो में आपको बता दूँ की सौरभ तिवारी झारखण्ड के रहने वाले खिलाडी है जो की अपनी लेफ्ट हैंड से खेल में मशहूर है लेकिन हाल ही में उन्होंने अपना एक फैसला लोगो को सुना का हैरान कर दिया है की अब वो किकेट से छुट्टी ले रहे है वो भी हमेशा के लिए. तिवारी की उम्र कुल 34 साल है जिन्होंने अपना लास्ट मैच 15 फरवरी को जमशेदपुर में खेला था। इन्होने अपना क्रिकेट खलेने का शुआक ११ साल की उम्र से शुरू किया था और लोगो को यह हेंद्र सिंह धोनी की तरह लगते थे। परन्तु इन्हे भारत में केवल 3 वनडे मैच खेलने के बाद कभी भी ऐसा मौका नहीं मिला तब उन्होंने ये बड़ा फैसला सुना दिया।

उन्होंने विराट की कप्तानी में वर्ल्ड कप भी जीता

यह 2008 की बात है जब सौरभ तिवारी ने विराट कोहली की कप्तानी में टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था और उसके साथ साथ ये वर्ल्ड कप विनिंग टीम का पार्ट भी रहे थे. कुछ समय बाद 2010 में आईपीएल टिया मुंबई इंडियंस में भी हिस्सेदार रहे और इन्होने उस सीजन में 419 भी बनाये थे। उसके बाद से दर्शको का ये मांनना था की ये सौरभ तिवारी इंडिया की टीम के लिए बहुत ही बड़े सुपरस्टार बनेंगे और ख़ुशी की बात ये भी थी की उन्हें उस साल टीम का हिस्सा भी बना लिया गया था। अफ़सोस की बात है की 3 मैच खेलने के बाद और 49 रन बनाने पर उन्हें इंडिया टीम से निकल दिया गया और कभी उन्होंने वापसी नहीं पकड़ी।

saurabh Tiwari

बस ठीक-ठाक ही रहा करियर

जैसे की हमने आपको सौरभ तिवारी के करियर के बारे इ बताया तो आप जान चुके होंगे की उनका करियर कुछ ख़ास नहीं रहा क्युकी उन्हें इंडिया टीम में ३ मैच खेलने पर अच्छा रिस्पांस नहीं मिला तो उनको टीम से निकल दिया गया. उनका आईपीएल में लक्ष कुछ खास नहीं रहा. उनको 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बंगलोरे ने १.६ मिलियन अमेरिकन डॉलर में ख़रीदा था परन्तु वो अपनी नयी फ्रैंचाइज़ी के चलते अच्छा प्रयास नहीं कर पाए और उनके कंधे पर चोट भी लग गयी थी जिसके कारण वो आईपीएल 2014 से निकाले गए. कुछ लम्बे समय बाद ३१ साल की ऐज में उन्होंने मुंबई वापसी का फैसला किया उससे पहले भी वो एक एक साल के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए खेलते रहे. सौरभ तिवारी ने 28.73 की औसत और 120 की स्ट्राइक रेट से 1494 रन बनाय है। अगर पूरा टोटल किया जाए तो उनके नाम 29.02 औसत से और 122.17 स्ट्राइक रेट से 16 अर्द्धशतक के साथ 3454 टी20 रन बनाये।

उसके साथ साथ उन्होंने अपने सभी फॉर्मेट में 88 बार अपने स्टेट टीम की कप्तानी की जिसमे उन्होएँ 36 जीते, 33 हारे और 19 मैच ड्रॉ भी हुए। जबकि तिवारी ने 7 बार जॉन की भी कप्तानी की वो भी अपने करियर की तरह। इनका क्रिकेट में करियर 2006 में शुरू हुआ था जिसमे इन्होने 116 मैचों में 27 हाफ सेंचुरी की और जिसमे 6 सेंचुरी के साथ 46.55 की औसत से 4050 रन भी बनाये थे।

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