राजकोट में शतक लगाने वाले इन 3 खिलाड़ियों पर आयी मुसीबत, खतरे में पड़ा करियर!

अगर आपको अब तक नहीं पता तो आपको बता देते है की राजकोट में 9 शतक हो गए है परन्तु उसमे से ३ की स्क्रिप्ट लिखने वाले खिलाड़ियों का प्रोफेशन खतरे में पद गया है क्युकी यहां एक खिलाडी ने तो ५ साल बाद टीम इंडिया में वापस आने का इंतज़ार करते करते अपना फैसला बदल लिया और अपने क्रिकेट प्रोफेशन से छुट्टी लेने का फैसला ले लिया। बाकि के दो खिलाड़ियों के आसार भी कुछ सही नज़र नहीं आ रहे है।

अब तीसरा टेस्ट भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में होगा यह वो स्थान है जहाँ आज तक के क्रिकेट में 9 खिलाड़ियों ने एक एक बार शतक लगाएं है. ख़ास बात यह है की राजकोट में लगाए गए 9 शतको में से 5 भारतीय बल्लेबाज़ों के शतक है बाकी के 4 शतक इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बात से निकले है. यहाँ हम उन खिलाड़ियों की बात कर रहे है जिन्होंने राजकोट में शतक लगाकर अपना ही काम ख़राब क्र लिया है। अब ऐसा लगता है जैसे उनका पूरा करियर जैसे बर्बाद होता नज़र आ रहा है। पिछले 3 खिलाड़ियों में से एक ने तो पहले ही रिटायरमेंट का एलान कर दिया जबकि 2 खिलाडी अभी भी आशा में है.

राजकोट में लगाए शतक, इंडिया टीम से गए भटक!

ये क्या बात हुई की जिन खिलाड़ियों ने राजकोट में शतक लगाए वो उनको निकल दिया इंडिया टीम से. मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने तो राजकोट में एक ही टीम के अगेंस्ट मैच खेला. यह टेस्ट मैच 9 नवंबर 2016 से 13 नवंबर के बीच मैच हुआ था. इन दोनों खिलाड़ियों ने ही अपनी पहली बार में शतक लगा दिए थे। विजय ने अपना आगमन करते हुए 126 रन की बाज़ी मारी थी और चेतेश्वर पुजारा ने 3 नंबर पर खेलते हुए 124 रन खेले थे.

मुरली विजय का करियर राजकोट में बनाये गए शतक की वजह से २ साल तक और आगे चल गया। इसके चलते उन्होंने 5 टेस्ट शतक अलग अलग खेलो पर और मारे जिससे वो अपना करियर को बंद होने से बचने का प्रयास करते रहे. आखिर इ 2018 में अपना मैच खेलने के बाद मुरली विजय ने 5 तक रास्ता देखि लेकिन इंडिया टीम में फिर उनकी वापसी नहीं हो पायी और फिर २०२३ में उन्होंने अपने करियर से छुट्टी लेने का फैसला कर लिया।

Prithvi shaw

पृथ्वी शॉ का करियर भी घाटे पर लगा

पृथ्वी शॉ एक इंडियन क्रिकेटर है जिन्होंने 2018 में अपनी कप्तानी में वर्ल्ड कप हासिल किया था। इनकी कर केवल 24 साल है लेकिन फिर भी इन्होने अपनी काफी प्रशंसा पायी है। पर अफ़सोस की बात ये है की इतनी कम उम्र में ही इनके इंटरनेशनल करियर कुछ चलता नज़र नहीं आ रहा। इन्होने 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाया था पृथ्वी का डेब्यू और वो भी बेकार ही गया. फिर उसके बाद ये खिलाडी बहुत कम ही नज़र आये ऐसा इसलिए भी हुआ क्युकी उनको ज़्यादा मौके भी नहीं दिए गए। 4 साल से पृथ्वी ने कोई टेस्ट भारत के लिए नहीं खेला है. इन्होने अपना आखिरी टेस्ट 2020 में डे,बेर में ऑस्ट्रेलिया के अगेंस्ट खेला था उसके बाद से उन्हें इंडिया टीम से ड्राप कर दिया गया।

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